जानिए आज का इतिहास 19 जनवरी की प्रमुख इतिहास

आज का इतिहास 19 जनवरी की प्रमुख इतिहास, Today History Major History of 19th January,

Jan 19, 2025 - 04:57
Jan 19, 2025 - 05:07
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जानिए आज का इतिहास 19 जनवरी की प्रमुख इतिहास

विराट कोहली: वनडे क्रिकेट में सबसे तेज़ 5000 रन बनाने वाले कप्तान (2020)

19 जनवरी 2020 को भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली ने वनडे क्रिकेट में इतिहास रचते हुए सबसे तेज़ 5000 रन बनाने वाले कप्तान बनने का गौरव हासिल किया। यह उपलब्धि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेलते हुए हासिल की। मिशेल स्टार्क की गेंद पर चौका लगाते हुए कोहली ने यह मील का पत्थर पार किया। यह रिकॉर्ड उनकी लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन और क्रिकेट में योगदान को दर्शाता है।

बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण (2020)

19 जनवरी 2020 को भारत ने परमाणु हमला करने में सक्षम एक बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह मिसाइल आंध्र प्रदेश के समुद्री तट से दागी गई और इसकी मारक क्षमता 3,500 किलोमीटर है। इस सफलता ने भारत की रक्षा क्षमताओं को और मजबूत किया और स्वदेशी तकनीकी विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

'केजरीवाल गारंटी कार्ड' जारी (2020)

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव 2020 के लिए 'केजरीवाल गारंटी कार्ड' जारी किया। इसमें दिल्लीवासियों के लिए 10 वादों की सूची थी, जिनमें बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, मुफ्त बिजली और पानी जैसी सुविधाएं शामिल थीं। यह कार्ड चुनावी अभियान का केंद्र बिंदु बना और नागरिकों से जुड़ने का प्रयास था।

स्कॉटलैंड में हिमस्खलन त्रासदी (2013)

19 जनवरी 2013 को स्कॉटलैंड के ग्लेन कोए क्षेत्र में हुए हिमस्खलन में चार पर्वतारोहियों की दुखद मौत हो गई। यह घटना पर्वतारोहण के दौरान आने वाले खतरों की याद दिलाती है और पर्वतीय क्षेत्रों में सतर्कता और सुरक्षा के महत्व को उजागर करती है।

बीटी बैंगन का विरोध (2010)

19 जनवरी 2010 को पश्चिम बंगाल, बिहार और ओडिशा ने बीटी बैंगन के उपयोग का विरोध किया। इन राज्यों का देश के कुल बैंगन उत्पादन में लगभग 60% योगदान है, जिसमें पश्चिम बंगाल का 30%, ओडिशा का 20% और बिहार का 11% हिस्सा है। यह विरोध जैव विविधता और पारंपरिक खेती के संरक्षण के लिए किया गया।

झारखंड में राष्ट्रपति शासन लागू (2009)

19 जनवरी 2009 को झारखंड में राजनीतिक अनिश्चितता को समाप्त करते हुए केंद्र सरकार ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का निर्णय लिया। यह कदम राज्य में सरकार के स्थायित्व और सुचारु प्रशासन सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया।

सूर्यशेखर गांगुली: पार्श्वनाथ शतरंज खिताब विजेता (2009)

सूर्यशेखर गांगुली ने 19 जनवरी 2009 को पार्श्वनाथ शतरंज खिताब जीतकर भारत का मान बढ़ाया। गांगुली की इस सफलता ने शतरंज में भारत की बढ़ती ताकत को दर्शाया और देश के युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया।

इंडियन ऑयल और ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल का समझौता (2008)

19 जनवरी 2008 को सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडिया के साथ समझौता किया। इस पहल का उद्देश्य भ्रष्टाचार को रोकना और व्यावसायिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करना था।

श्रीलंका: लिट्टे के 31 उग्रवादी ढेर (2008)

श्रीलंका की सेना ने 19 जनवरी 2008 को उत्तरी इलाके में लिट्टे उग्रवादियों के खिलाफ संघर्ष में 31 उग्रवादियों को मार गिराया। यह घटना श्रीलंका में लंबे समय से जारी गृह युद्ध के दौरान हुई, जिसमें सेना ने उग्रवाद को कुचलने के लिए अभियान चलाया।

जवाहर लाल नेहरू पुरस्कार की घोषणा (2007)

19 जनवरी 2007 को जवाहर लाल नेहरू पुरस्कार ओमान के सुल्तान काबूस बिन सईद बिन तैमूर अल सईद को प्रदान करने का फैसला किया गया। यह सम्मान उनकी शांति और सांस्कृतिक योगदान के लिए दिया गया।

सानिया मिर्ज़ा का ऐतिहासिक उपलब्धि (2005)

19 जनवरी 2005 को सानिया मिर्ज़ा ऑस्ट्रेलियन ओपन के तीसरे दौर में पहुँचने वाली पहली भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी बनीं। यह उपलब्धि भारतीय टेनिस के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हुई।

चंबा, हिमाचल प्रदेश में बस दुर्घटना (2004)

19 जनवरी 2004 को हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के गरौला गांव में एक बस नदी में गिर गई, जिससे 21 लोगों की मौत हो गई। यह दुखद घटना पहाड़ी इलाकों में यातायात सुरक्षा की चुनौतियों को उजागर करती है।

मिस्र द्वारा फ़िलिस्तीनी गुटों को आमंत्रण (2003)

19 जनवरी 2003 को मिस्र ने इस्रायल पर हमले रोकने के लिए काहिरा में बातचीत आयोजित करने हेतु फ़िलिस्तीनी गुटों को आमंत्रित किया। यह पहल क्षेत्र में शांति स्थापना और संघर्ष समाप्त करने के प्रयासों का हिस्सा थी।

भारतीय राजनयिक सुधीर व्यास को प्रताड़ना (2003)

पाकिस्तान में भारतीय राजनयिक सुधीर व्यास को प्रताड़ित किए जाने की घटना ने भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव बढ़ाया। इस घटना ने राजनयिकों की सुरक्षा और सम्मान पर सवाल खड़े किए।

परवेज मुशर्रफ़ का बयान (2002)

पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ़ ने 19 जनवरी 2002 को किसी भी ग़ैर-पाकिस्तानी आतंकवादी के पाकिस्तान में मौजूद होने से इनकार किया। यह बयान वैश्विक आतंकवाद पर पाकिस्तान की भूमिका पर उठे सवालों के जवाब में दिया गया।

थाइलैंड: रॉक थाइ पार्टी को बहुमत (2001)

19 जनवरी 2001 को थाइलैंड में रॉक थाइ पार्टी को संसदीय चुनावों में बहुमत प्राप्त हुआ। इसी दिन तालिबान पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए प्रतिबंध प्रभावी हुए, जो आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक प्रयासों का हिस्सा थे।

चेचन्या राष्ट्रपति भवन पर रूसी हमला (1995)

19 जनवरी 1995 को चेचन्या के अलगाववादी राष्ट्रपति राष्ट्रपति भवन से भाग निकले और रूसी तोपख़ाने ने भवन को नष्ट कर दिया। यह घटना रूस और चेचन्या के बीच जारी संघर्ष का एक महत्वपूर्ण मोड़ थी।

सरायेवो से निकासी स्थगित (1994)

19 जनवरी 1994 को परिवहन विमान पर हमले के बाद सरायेवो से नागरिकों की निकासी का कार्य राष्ट्रसंघ अधिकारियों ने स्थगित कर दिया। यह घटना बाल्कन युद्ध के दौरान मानवीय संकट की गहराई को दर्शाती है।

इज़रायली प्रधानमंत्री की सरकार ने बहुमत खोया (1992)

19 जनवरी 1992 को इज़रायल के प्रधानमंत्री चितजाक मीर की गठबंधन सरकार ने संसद में बहुमत खो दिया। इस घटना से इज़रायल की राजनीतिक अस्थिरता का संकेत मिला।

पहला कंप्यूटर वायरस सक्रिय (1986)

19 जनवरी 1986 को दुनिया का पहला कंप्यूटर वायरस 'सी.ब्रेन' सक्रिय किया गया। यह घटना साइबर सुरक्षा के इतिहास में एक महत्वपूर्ण बिंदु है और डिजिटल युग के जोखिमों को उजागर करती है।

अमेरिकी बंधकों की रिहाई (1981)

19 जनवरी 1981 को अमेरिका और ईरान के बीच हुए समझौते के तहत 52 अमेरिकी बंधकों को रिहा किया गया। यह घटना 444 दिनों तक चले ईरानी बंधक संकट का अंत थी, जिसने वैश्विक राजनीति को प्रभावित किया।

मिआमी में पहली बार बर्फबारी (1977)

19 जनवरी 1977 को अमेरिका के मिआमी शहर में पहली बार बर्फ गिरी। समुद्र तटों के लिए प्रसिद्ध इस क्षेत्र में बर्फबारी होना दुर्लभ प्राकृतिक घटना थी।

हिमाचल प्रदेश में भूकंप (1975)

19 जनवरी 1975 को हिमाचल प्रदेश में भूकंप आया, जिससे क्षेत्र में व्यापक नुकसान हुआ। इस प्राकृतिक आपदा ने पहाड़ी इलाकों में आपदा प्रबंधन की चुनौतियों को उजागर किया।

चीन का राजनयिक निष्कासन (1974)

19 जनवरी 1974 को चीन ने सोवियत संघ के एक राजनयिक सहित पांच लोगों को जासूसी के आरोप में निष्कासित कर दिया। यह घटना शीत युद्ध के दौरान चीन और सोवियत संघ के बीच बढ़ते तनाव का संकेत थी।

इंदिरा गांधी बनीं प्रधानमंत्री (1966)

19 जनवरी 1966 को इंदिरा गांधी को भारत का तीसरा प्रधानमंत्री चुना गया। यह भारतीय राजनीति के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण था, जिसने देश के नेतृत्व को नया रूप दिया।

अमेरिका-जापान सुरक्षा समझौता (1960)

19 जनवरी 1960 को अमेरिका और जापान के बीच एक आपसी सुरक्षा समझौता हुआ। इस समझौते ने दोनों देशों के सैन्य और कूटनीतिक संबंधों को मजबूत किया।

सूडान अरब लीग का सदस्य बना (1956)

19 जनवरी 1956 को सूडान अरब लीग का नौवां सदस्य बना। यह कदम सूडान की अरब दुनिया में बढ़ती भागीदारी और क्षेत्रीय राजनीति में उसकी भूमिका को दर्शाता है।

क्यूबा ने इजरायल को मान्यता दी (1949)

19 जनवरी 1949 को कैरेबियाई देश क्यूबा ने इजरायल को आधिकारिक मान्यता दी। यह कदम इजरायल के गठन के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसे मिली मान्यताओं में से एक था।

पोलैंड की लोद्ज यहूदी बस्ती की आज़ादी (1945)

19 जनवरी 1945 को सोवियत सेनाओं ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान पोलैंड की लोद्ज यहूदी बस्ती को नाजी नियंत्रण से मुक्त कराया। यह बस्ती लाखों यहूदियों की हत्या का स्थल रही थी, जिन्हें यातनागृहों में मारा गया था।

द्वितीय विश्वयुद्ध और जापान का बर्मा पर कब्जा (1942)

19 जनवरी 1942 को द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जापानी सेना ने बर्मा (अब म्यांमार) पर कब्जा कर लिया। यह घटना जापान की दक्षिण-पूर्व एशिया में बढ़ती सैन्य ताकत का प्रतीक थी और इसने क्षेत्रीय संतुलन को बदल दिया।

ब्रिटेन की सेना का सूडान के कसलफ पर कब्जा (1941)

19 जनवरी 1941 को ब्रिटेन की सेना ने अफ्रीकी देश सूडान के कसलफ क्षेत्र पर कब्जा किया। यह अभियान इटली के खिलाफ ब्रिटेन की अफ्रीकी रणनीति का हिस्सा था।

जनरल फ्रांसिस्को फ्रैंको के समर्थकों की बमबारी (1938)

19 जनवरी 1938 को स्पेन के गृहयुद्ध के दौरान जनरल फ्रांसिस्को फ्रैंको के समर्थक सैनिकों ने बार्सीलोना और वैलेसिया पर बमबारी की। इस हमले में लगभग 700 लोगों की जान गई, जिससे गृहयुद्ध की क्रूरता उजागर हुई।

जनरल मोटर्स का डीजल इंजन उत्पादन (1938)

19 जनवरी 1938 को जनरल मोटर्स ने डीजल इंजन का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू किया। यह औद्योगिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसने परिवहन और मशीनरी उद्योग को बदल दिया।

ब्रिटेन का चीन में सेना भेजने का निर्णय (1927)

19 जनवरी 1927 को ब्रिटेन ने चीन में अपनी सेना भेजने का फैसला किया। यह कदम चीन में यूरोपीय शक्तियों के प्रभाव और सामरिक नियंत्रण को बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया गया था।

मध्य अमेरिकी देशों के बीच समझौता (1921)

19 जनवरी 1921 को कोस्टारिका, ग्वाटेमाला, होंडुरस, और अल सल्वाडोर ने आपसी समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ाने के लिए एक प्रयास था।

अलेक्जेंडर मिलरैंड द्वारा फ्रांसीसी सरकार का गठन (1920)

19 जनवरी 1920 को अलेक्जेंडर मिलरैंड ने फ्रांस में नई सरकार का गठन किया। यह प्रथम विश्वयुद्ध के बाद फ्रांस की राजनीतिक स्थिरता को पुनः स्थापित करने की दिशा में एक कदम था।

बोलेविको द्वारा संविधान सभा का विघटन (1918)

19 जनवरी 1918 को रूस के बोलेविको ने पेट्रोगाड में स्थित संविधान सभा को भंग कर दिया। यह बोल्शेविक क्रांति के बाद रूस में सत्तावादी शासन की शुरुआत का संकेत था। 

जर्मनी और बोलिविया का समझौता समाप्त (1910)

19 जनवरी 1910 को जर्मनी और बोलिविया के बीच वाणिज्यिक और दोस्ताना समझौता समाप्त हो गया। यह घटना अंतरराष्ट्रीय व्यापार और कूटनीति में बदलाव का संकेत थी।

बंगला साहित्यकार देवेन्द्रनाथ टैगोर का निधन (1905)

19 जनवरी 1905 को प्रसिद्ध बंगला साहित्यकार देवेन्द्रनाथ टैगोर का निधन हुआ। वह समाज सुधारक और रविन्द्रनाथ टैगोर के पिता थे। उनकी रचनाएं और दर्शन भारतीय नवजागरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का अदन पर कब्जा (1839)

19 जनवरी 1839 को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने यमन के अदन शहर पर कब्जा कर लिया। यह घटना ब्रिटिश साम्राज्यवाद के विस्तार और रणनीतिक नियंत्रण की दिशा में एक प्रमुख कदम थी।

स्पेन में बेलिंगटन के ड्यूक का विजय अभियान (1812)

19 जनवरी 1812 को बेलिंगटन के ड्यूक के नेतृत्व में स्पेन की सेना ने कई महत्वपूर्ण शहरों पर कब्जा किया। यह नेपोलियन युद्धों के दौरान स्पेन की महत्वपूर्ण विजय में से एक थी।

फ्रांसीसी सेना का हॉलैंड पर आक्रमण (1795)

19 जनवरी 1795 को फ्रांसीसी सेना ने हॉलैंड पर हमला कर उसे तबाह कर दिया। यह फ्रांस की क्रांतिकारी युद्धों के दौरान यूरोप में प्रभुत्व बढ़ाने की नीति का हिस्सा था।

स्पेन के बंटवारे को लेकर समझौता (1668)

19 जनवरी 1668 को फ्रांस के किंग लुईस चौदहवां और सम्राट लियोपेल्ड प्रथम ने स्पेन के बंटवारे को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह यूरोपीय राजनैतिक गठबंधनों और संतुलन का प्रतीक था।

इंग्लैंड के नरेश चार्ल्स प्रथम के खिलाफ मुकदमे की शुरुआत (1649)

19 जनवरी 1649 को इंग्लैंड के राजा चार्ल्स प्रथम के खिलाफ मुकदमा शुरू हुआ। यह मुकदमा राजशाही के खिलाफ संसद की शक्ति को स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण घटना थी।

19 जनवरी को जन्मे प्रमुख व्यक्तित्व

जगजीत सिंह दर्दी (1949)
जगजीत सिंह दर्दी एक प्रसिद्ध पत्रकार, शिक्षाविद् और पंजाबी अखबार 'चढ़दीकला' के एडिटर-इन-चीफ हैं। उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।

सौमित्र चटर्जी (1935)
सौमित्र चटर्जी बंगाली फिल्म जगत के मशहूर अभिनेता थे। उन्होंने सत्यजीत रे की कई फिल्मों में काम किया और अपने अभिनय के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की।

ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार (1920)
संयुक्त राष्ट्र संघ के पाँचवें महासचिव ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार ने 1982 से 1991 तक अपने कार्यकाल में शांति स्थापना के लिए काम किया।

कैफ़ी आज़मी (1919)
कैफ़ी आज़मी एक मशहूर उर्दू शायर थे, जिन्होंने भारतीय सिनेमा को कई यादगार गाने और शायरी दी। उनका लेखन सामाजिक और प्रगतिशील विचारों को दर्शाता है।

विष्णु सखाराम खांडेकर (1898)
विष्णु सखाराम खांडेकर मराठी भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार थे। उन्हें साहित्य में योगदान के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

जी. सुब्रह्मण्यम अय्यर (1855)
जी. सुब्रह्मण्यम अय्यर भारत के प्रमुख पत्रकार और बुद्धिजीवी थे। उन्होंने 'द हिंदू' और 'स्वदेशमित्रन' जैसे अखबारों की स्थापना की।

एडगर एलन पो (1809)
एडगर एलन पो एक अमेरिकी लेखक और कवि थे। उन्हें रहस्य और हॉरर कहानियों के लिए जाना जाता है। उनकी रचनाएं साहित्यिक इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं।

जेम्स वाट (1736)
जेम्स वाट एक स्कॉटिश आविष्कारक और मैकेनिकल इंजीनियर थे। उन्होंने स्टीम इंजन को बेहतर बनाया, जिससे औद्योगिक क्रांति को बल मिला। 

19 जनवरी को निधन हुए प्रमुख व्यक्तित्व

माता प्रसाद (2021)
माता प्रसाद एक प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ और अरुणाचल प्रदेश के भूतपूर्व राज्यपाल थे। उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक जीवन में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

वी. शांता (2021)
वी. शांता एक प्रसिद्ध भारतीय महिला चिकित्सक थीं। उन्हें कैंसर उपचार में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। वह रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित थीं।

अतीन बंद्योपाध्याय (2019)
अतीन बंद्योपाध्याय बंगाली साहित्य के विख्यात साहित्यकार थे। उनकी रचनाएं बंगाली भाषा और साहित्य में अमूल्य योगदान के रूप में जानी जाती हैं।

रजनी कोठारी (2015)
रजनी कोठारी एक प्रसिद्ध राजनीतिक विचारक और लेखक थे। उन्होंने भारतीय राजनीति और समाज पर गहन शोध कार्य किया।

एंथनी गोंज़ाल्विस (2012)
एंथनी गोंज़ाल्विस एक प्रसिद्ध भारतीय संगीतकार थे। वे भारतीय और पश्चिमी संगीत के उस्ताद माने जाते हैं और उनके योगदान को संगीत क्षेत्र में विशेष स्थान प्राप्त है।

19 जनवरी को निधन हुए प्रमुख व्यक्तित्व

के. एस. अशवाथ (2010)
कन्नड़ फ़िल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता के. एस. अशवथ ने अपने अभिनय से सिनेमा जगत में अमिट छाप छोड़ी। उनकी सादगीपूर्ण और प्रभावशाली अदाकारी को दर्शकों ने हमेशा सराहा।

हेडी लामार (2000)
हेडी लामार एक खूबसूरत अभिनेत्री होने के साथ ही एक कुशल आविष्कारक भी थीं। उनका योगदान वायरलेस संचार तकनीक के विकास में उल्लेखनीय है।

उपेंद्रनाथ अश्क (1995)
हिन्दी साहित्य के जाने-माने लेखक उपेंद्रनाथ अश्क ने कहानी, उपन्यास और नाटक विधाओं में योगदान दिया। उनकी रचनाएँ सामाजिक यथार्थ को प्रदर्शित करती हैं।

आचार्य रजनीश (1990)
भारतीय विचारक और धर्मगुरु आचार्य रजनीश, जिन्हें ओशो के नाम से भी जाना जाता है, ने ध्यान और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर गहन विचार प्रस्तुत किए। उनका पुणे में निधन हुआ।

देवेन्द्र नाथ टैगोर (1905)
नोबेल पुरस्कार विजेता रवीन्द्रनाथ टैगोर के पिता देवेन्द्र नाथ टैगोर भारतीय चिंतक और विचारक थे। उन्होंने ब्रह्म समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

राणा प्रताप सिंह (1597)
मेवाड़ के वीर राजपूत राजा राणा प्रताप सिंह मुगलों के खिलाफ संघर्ष के लिए प्रसिद्ध हैं। हल्दीघाटी के युद्ध में उनकी वीरता इतिहास में अद्वितीय है।

19 जनवरी के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

  1. राष्ट्रीय युवा दिवस (भारत)
    19 जनवरी को भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है, जो स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस युवा वर्ग को प्रेरित करने और उनके उज्जवल भविष्य के लिए कार्य करने का आह्वान करता है।

  2. लाहौर दिवस (पाकिस्तान)
    पाकिस्तान में 19 जनवरी को लाहौर दिवस मनाया जाता है। यह दिवस लाहौर शहर की ऐतिहासिक महत्ता और सांस्कृतिक धरोहर को याद करने का अवसर होता है।

  3. कश्मीर दिवस (भारत)
    कश्मीर दिवस का आयोजन कश्मीर घाटी की सांस्कृतिक धरोहर और उसकी पहचान को संरक्षित करने के उद्देश्य से 19 जनवरी को किया जाता है। यह दिन कश्मीर में हुए विस्थापन और संघर्षों को भी याद करने का दिन है।

  4. वर्ल्ड रिलिजियस हार्मनी डे (विश्वभर)
    19 जनवरी को वर्ल्ड रिलिजियस हार्मनी डे (विश्व धर्म सामंजस्य दिवस) मनाया जाता है। यह दिवस धार्मिक विविधताओं को सम्मान देने और आपसी सौहार्द्र बढ़ाने का संदेश देता है।

इन अवसरों और उत्सवों का उद्देश्य सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक एकता को बढ़ावा देना और विश्वभर में शांति एवं सद्भावना का संचार करना है।

अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह दिवस (10 दिवसीय) हर साल विभिन्न देशों में मनाया जाता है, और यह विशेष रूप से फ़िल्म उद्योग, सिनेमा कला, और संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित होता है। इस समारोह का आयोजन अक्सर विश्वभर के प्रमुख फ़िल्म समारोहों के आसपास होता है, जिनमें नई फ़िल्मों की स्क्रीनिंग, पुरस्कार वितरण, और फ़िल्म इंडस्ट्री के पेशेवरों के बीच नेटवर्किंग की गतिविधियाँ होती हैं।

मुख्य उद्देश्य:

  • फ़िल्मों के माध्यम से विभिन्न संस्कृतियों का आदान-प्रदान और समृद्धि।
  • नए फ़िल्म निर्माताओं और कलाकारों को पहचान दिलाना।
  • सिनेमा को एक कला के रूप में बढ़ावा देना और उसे समाज में उसके वास्तविक स्थान पर लाना।
  • समाज में जागरूकता फैलाने के लिए महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दों पर फ़िल्मों के माध्यम से चर्चा करना।

भारत में अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह: भारत में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव (IFFI), मुंबई फ़िल्म महोत्सव, और कोलकाता अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव जैसे कई प्रमुख फ़िल्म समारोह आयोजित होते हैं, जो अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह दिवस के अवसर पर आयोजित किए जाते हैं।

यह 10 दिवसीय फ़िल्म समारोह आमतौर पर विभिन्न फ़िल्मों की स्क्रीनिंग, निर्माता-निर्देशक के साथ बातचीत, और सिनेमा से संबंधित कार्यशालाओं का आयोजन करते हैं, जो दर्शकों को एक समृद्ध और विविध सिनेमाई अनुभव प्रदान करते हैं।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,