50,000 रुपये किलो की सोने वाली गुजिया! गोंडा में मिठाई का नया लक्जरी ट्रेंड

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Mar 12, 2025 - 19:39
Mar 12, 2025 - 19:40
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50,000 रुपये किलो की सोने वाली गुजिया! गोंडा में मिठाई का नया लक्जरी ट्रेंड

50,000 रुपये किलो की सोने वाली गुजिया! गोंडा में मिठाई का नया लक्जरी ट्रेंड

होली का त्योहार आते ही बाजारों में रंग, मिठाइयों और गुजिया की धूम मच जाती है। हर घर में गुजिया बनाने की परंपरा रही है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एक गुजिया की कीमत 1,300 रुपये हो सकती है? जी हां, उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक मिठाई की दुकान पर 50,000 रुपये किलो वाली अनोखी गुजिया बिक रही है, जिसे 24 कैरेट सोने के वर्क से सजाया गया है। इस खबर के सामने आते ही सोशल मीडिया पर यह चर्चा का विषय बन गई है।

क्या है इस खास गुजिया की खासियत?

गोंडा की इस प्रतिष्ठित दुकान ने होली के लिए एक प्रीमियम गुजिया तैयार की है, जिसमें न सिर्फ सोने का वर्क लगाया गया है, बल्कि इसमें कई महंगी और स्वास्थ्यवर्धक सामग्री भी डाली गई है। इसे बनाने के लिए लखनऊ से विशेष कारीगर बुलाए गए थे, जिन्होंने इसे चार दिनों में तैयार किया।

इस गुजिया में निम्नलिखित सामग्री का उपयोग किया गया है:
चिलगोज़ा: सूखे मेवों में सबसे महंगा और पौष्टिक माना जाता है।
कश्मीरी केसर: इसकी खुशबू और स्वाद इसे सबसे खास बनाती है।
स्वर्ण भस्म: आयुर्वेद में इसे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है।
24 कैरेट सोने का वर्क: यह गुजिया को लग्जरी लुक देता है।

इस गुजिया की कीमत 1,300 रुपये प्रति पीस रखी गई है, और इसे खासतौर पर उन ग्राहकों के लिए तैयार किया गया है, जो एक्सक्लूसिव मिठाइयों को पसंद करते हैं।

चांदी की परत वाली गुजिया भी उपलब्ध

यदि सोने की गुजिया आपकी पहुंच से बाहर है, तो दुकान पर एक दूसरी खास गुजिया भी उपलब्ध है – सिल्वर कोटेड चिलगोज़ा गुजिया, जिसकी कीमत 4,000 रुपये प्रति किलो रखी गई है।

प्रबंधक का दावा – दो महीने तक खराब नहीं होगी गुजिया

दुकान के प्रबंधक शिवाकांत चतुर्वेदी का कहना है कि इस विशेष गुजिया को लंबे समय तक खाने लायक बनाए रखने के लिए इसमें खास सामग्री डाली गई है, जिससे यह दो महीने तक खराब नहीं होगी। यह गुजिया पूरी तरह से शुद्ध घी में बनी है और इसमें किसी तरह का प्रिजर्वेटिव नहीं मिलाया गया है।

सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस – लक्जरी या फिजूलखर्ची?

इस गुजिया की कीमत सुनकर लोग हैरान हैं और सोशल मीडिया पर इसे लेकर जबरदस्त बहस छिड़ गई है। कुछ लोग इसे "लक्जरी ट्रेंड" बता रहे हैं और मानते हैं कि त्योहारों पर नई चीजें ट्राय करना अच्छी बात है। वहीं, कुछ लोग इसे "अनावश्यक खर्च" और दिखावे की प्रवृत्ति करार दे रहे हैं।

समर्थक क्या कह रहे हैं?

  • "हर त्योहार पर कुछ नया और खास होना चाहिए। इस तरह की गुजिया अमीरों के लिए एक शानदार तोहफा हो सकती है।"
  • "सोने और चांदी के वर्क वाली मिठाइयां तो पहले भी बनती रही हैं, यह कोई नई बात नहीं है।"

विरोध करने वालों की राय?

  • "गोंडा जैसे छोटे शहर में इतनी महंगी गुजिया? यह तो सिर्फ पैसे की बर्बादी है!"
  • "त्योहार की मिठाई में प्रेम और स्वाद होना चाहिए, न कि सोने की परत!"

क्या सच में लोग खरीद रहे हैं इतनी महंगी गुजिया?

दुकान के मुताबिक, कई खास ग्राहक इस गुजिया की एडवांस बुकिंग कर चुके हैं। गोंडा ही नहीं, बल्कि आसपास के शहरों से भी लोग इसे खरीदने आ रहे हैं। कुछ इसे तोहफे के रूप में भी देने की योजना बना रहे हैं।

क्या यह महंगी गुजिया नया ट्रेंड सेट करेगी?

त्योहारों पर महंगी मिठाइयों का क्रेज बढ़ता जा रहा है। पहले सोने-चांदी के वर्क वाली मिठाइयां सिर्फ बड़े शहरों में मिलती थीं, लेकिन अब छोटे शहरों में भी यह ट्रेंड देखने को मिल रहा है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि यह ट्रेंड आगे कितना चलता है और क्या लोग इसे लंबे समय तक अपनाते हैं या नहीं।

आपका इस बारे में क्या कहना है? क्या आप इतनी महंगी गुजिया खरीदेंगे, या फिर पारंपरिक स्वाद वाली घर की बनी गुजिया ही पसंद करेंगे?

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,