पाकिस्तान फिर शर्मिंदा! नेशनल डे समारोह में शामिल नहीं हुआ भारत, क्या बोला विदेश मंत्रालय?

रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब जाकिर नाइक को पाकिस्तान में सम्मानित किया गया है. उन्होंने कहा, जाहिर है, यह दर्शाता है कि उनके मेजबानों का दृष्टिकोण कैसा है और हमारे लिए इसका क्या मतलब है, तथा यहां वांछित व्यक्ति को इतना समर्थन देने के संदर्भ में इसका क्या मतलब है.

Mar 22, 2025 - 05:29
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पाकिस्तान फिर शर्मिंदा! नेशनल डे समारोह में शामिल नहीं हुआ भारत, क्या बोला विदेश मंत्रालय?
पाकिस्तान फिर शर्मिंदा! नेशनल डे समारोह में शामिल नहीं हुआ भारत, क्या बोला विदेश मंत्रालय?

भारत ने लगातार दूसरे साल पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस समारोह में हिस्सा नहीं लिया. साथ ही उसने इस्लामाबाद के सीमापार आतंकवाद को सक्रिय समर्थन दिए जाने को शांति की राह में सबसे बड़ी बाधा बताया. भारत ने विवादास्पद वांटेड इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक को सम्मानित करने के लिए भी पाकिस्तान की आलोचना की. भारत की यह टिप्पणी पाकिस्तानी उच्चायोग प्रभारी (चार्ज डी’अफेयर्स) साद अहमद वराइच के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि दोनों देशों के बीच संबंधों में एक नया सवेरा आपसी समझ को बढ़ाकर, साझा चिंताओं को दूर करके और कश्मीर मुद्दे सहित तमाम विवादों को हल करके आ सकता है.

वराइच ने यह बयान गुरुवार रात को पाकिस्तानी उच्चायोग द्वारा देश के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आयोजित एक समारोह में की थी. इस कार्यक्रम में भारत की ओर से कोई प्रतिनिधि मौजूद नहीं था. हालांकि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि पाकिस्तान ने इस समारोह में भारतीय अधिकारियों को आमंत्रित किया था या नहीं.

निमंत्रण का सवाल पर क्या बोले रणधीर जायसवाल

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल से शुक्रवार को जब यह पूछा गया कि क्या पाकिस्तान उच्चायोग ने इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रण दिया था, तो प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. हालांकि, उन्होंने कहा कि जहां तक निमंत्रण का सवाल है, वे रिश्तों पर निर्भर करते हैं, है न? निमंत्रण की स्वीकृति रिश्तों की प्रकृति पर निर्भर करती है.

अपने बयान में रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान को झूठ फैलाने के बजाय अपने अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली कर देना चाहिए. प्रवक्ता ने कहा कि विश्व जानता है कि वास्तविक मुद्दा पाकिस्तान द्वारा सीमापार आतंकवाद को सक्रिय रूप से बढ़ावा देना और प्रायोजित करना है. उन्होंने कहा, वास्तव में, यह क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी बाधा है.

पाकिस्तान के साथ शांति के बदले मिला विश्वासघात

भारत लगातार कहता रहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध चाहता है, तथा इस बात पर जोर देता रहा है कि इस तरह के संबंधों के लिए आतंक और शत्रुता से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी पड़ोसी देश पर है. प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में कहा था कि पाकिस्तान के साथ शांति को बढ़ावा देने के हर प्रयास का जवाब शत्रुता और विश्वासघात के रूप में मिला है और उन्हें उम्मीद है कि द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिए इस्लामाबाद में नेतृत्व को सद्बुद्धि मिलेगी.

पाकिस्तान में नाइक को किया सम्मानित

इस हफ्ते की शुरुआत में लाहौर में नाइक की पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी तथा पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज से मुलाकात के बारे में पूछे गए सवाल पर रणधीर जायसवाल ने कहा, यह पहली बार नहीं है कि उसे (नाइक को) पाकिस्तान में सम्मानित किया गया है. उन्होंने कहा, जाहिर है, यह दर्शाता है कि उनके मेजबानों का दृष्टिकोण कैसा है और हमारे लिए इसका क्या मतलब है, तथा यहां वांछित व्यक्ति को इतना समर्थन देने के संदर्भ में इसका क्या मतलब है.

नेशनल डे पर क्या बोला पाकिस्तान?

पाकिस्तानी राजनयिक ने राष्ट्रीय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि इस्लामाबाद ने संप्रभु समानता, आपसी सम्मान और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के सिद्धांतों के आधार पर अन्य देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाने के लिए लगातार प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि यही नजरिया भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध स्थापित करने की पाकिस्तान की कोशिश में उसका मार्गदर्शक रहा है.

वराइच ने कहा, दक्षिण एशिया हमारा साझा घर है और उसे स्थिर शांति, समान सुरक्षा और साझा समृद्धि के साथ आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने इसके लिए ऐसी रचनात्मक भावना की आवश्यकता पर जोर दिया, जो साझा समाधानों के लिए सहयोगात्मक प्रयासों को प्राथमिकता देती हो और जबरन परिणाम थोपने की कोशिश न करती हो.

वराइच ने कहा, कूटनीति का मार्ग पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गया है. पाकिस्तान की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, वराइच ने इस आयोजन को नवरोज के साथ मनाए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि वसंत का आगमन अनादि काल से आशा, नवीनीकरण और बदलाव का अग्रदूत रहा है.

पाकिस्तान-भारत संबंधों में एक नयी सुबह

वराइच ने कहा कि आपसी समझ को बढ़ाकर, साझा चिंताओं से निपटकर और जम्मू-कश्मीर सहित लंबे समय से जारी विवादों को हल करके पाकिस्तान-भारत संबंधों में एक नयी सुबह लाई जा सकती है. पुलवामा आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के लड़ाकू विमानों द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर पर फरवरी 2019 में बमबारी किए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में गंभीर तनाव पैदा हो गया था.

भारत द्वारा पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को वापस लेने और राज्य को दो केंद्र-शासित प्रदेशों में विभाजित करने की घोषणा किए जाने के बाद संबंध और भी खराब हो गए. भारत और पाकिस्तान के बीच आठ वर्षों से कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं हुई है, लेकिन दोनों पक्ष बहुपक्षीय मंचों पर बातचीत कर रहे हैं.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,