दिसानायके और मोदी की बीच गर्मजोशी, अब बीजिंग नहीं, नई दिल्ली के साथ बढ़ेगी कोलंबो की निकटता!

वामपंथी झुकाव के माने जाने वाले युवा राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके अपने पहले विदेश दौरे पर भारत आकर प्रसन्न दिखे। उन्होंने न सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी से अलग से आमने—सामने बात की बल्कि प्रतिधिमंडल के स्तर पर भी सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ने को लेकर उत्साहित दिखाई दिए। दिसानायके मोदी के नेतृत्व में भारत की डिजिटल […]

Dec 17, 2024 - 17:05
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दिसानायके और मोदी की बीच गर्मजोशी, अब बीजिंग नहीं, नई दिल्ली के साथ बढ़ेगी कोलंबो की निकटता!

वामपंथी झुकाव के माने जाने वाले युवा राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके अपने पहले विदेश दौरे पर भारत आकर प्रसन्न दिखे। उन्होंने न सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी से अलग से आमने—सामने बात की बल्कि प्रतिधिमंडल के स्तर पर भी सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ने को लेकर उत्साहित दिखाई दिए। दिसानायके मोदी के नेतृत्व में भारत की डिजिटल प्रगति से इतने प्रभावित हुए हैं कि उन्होंने इस क्षेत्र में व्यापक साझेदारी की बात की है।



श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके ने अपनी पहली विदेश यात्रा पर भारत आने का फैसला करके दुनिया को एक संकेत दिया है कि चीन चाहे जितने डोरे डाल ले, लेकिन मुसीबत में काम आए निकटतम पड़ोसी का अपना महत्व है। उन्होंने यहां आकर न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जमकर तारीफ की बल्कि साझा बयान में भारत से रिश्ते और गहरे करने का संकल्प भी लिया।

पिछले लंबे समय से राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक स्तर पर डगमगाता रहा श्रीलंका चीन के चाहे जितने कर्ज जाल में घिरा था, लेकिन भारत ने पड़ोसी पहले की अपनी नीति पर चलते हुए पड़ोसी देश की हरसंभव मदद की है। इसके लिए राष्ट्रपति दिसानायके ने अपने संबोधन में विशेष रूप से प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया। भारत—श्रीलंका संयुक्त वार्ता में दोनों ही देशों ने कड़वे अनुभव भुलाकर हर क्षेत्र में रिश्तों को और सुदृढ करने का संकल्प जताकर चीन को भी संदेश दिया है कि उसकी कोई चाल सफल नहीं होने दी जाएगी। दिसानायके का यह कहना भी विशेष रूप से भारत के प्रति उनकी नीतियों की झलक देता है कि वे अपनी जमीन का भारत विरोधी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल नहीं होने देंगे।

वामपंथी झुकाव के माने जाने वाले युवा राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके अपने पहले विदेश दौरे पर भारत आकर प्रसन्न दिखे। उन्होंने न सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी से अलग से आमने—सामने बात की बल्कि प्रतिधिमंडल के स्तर पर भी सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ने को लेकर उत्साहित दिखाई दिए। दिसानायके मोदी के नेतृत्व में भारत की डिजिटल प्रगति से इतने प्रभावित हुए हैं कि उन्होंने इस क्षेत्र में व्यापक साझेदारी की बात की है।

दिसानायके की यात्रा की औपचारिक शुरुआत में उन्हें राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

श्रीलंका के राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने मुसीबत के समय में उनके देश की जिस प्रकार तत्परता से मदद की वह असाधारण थी। भारत के सहयोग से श्रीलंका भी विकास की राह पर चलेगा। उन्होंने करीब दो साल पहले अपने देश में आए जबरदस्त आर्थिक संकट का उल्लेख किया और कहा कि भारत की मदद से वे उस दयनीय हालत से बाहर निकल पाए। इस पर मोदी ने उनसे कहा कि भारत की विदेश नीति में श्रीलंका का विशेष स्थान है।

द्विपक्षीय वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी का कहना था कि राष्ट्रपति के नाते दिसानायके का अपनी पहली विदेश यात्रा पर भारत आना एक बड़ी बात है। उनके इस दौरे से दोनों देशों के संबंधों को नई ऊर्जा मिलेगी। दोनों देशों ने अपनी साझेदारी के लिए भविष्य की ओर देखते हुए कदम बढ़ाया है।

श्रीलंका यूनिक आइडेंटिफिकेशन यानी आधार की तरह का एक प्रकल्प अपने यहां भी चलाना चाहता है जिसमें मदद का भारत ने आश्वासन दिया है। इतना ही नहीं, उत्तरी श्रीलंका में एक हवाईअड्डे के विकास का काम भारत की आर्थिक सहायता से पूरा किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि ऐसे प्रकल्पों में पैसा लगाकर उस देश को अपने शिकंजे में कसना चीन की पुरानी चाल रही है, लेकिन श्रीलंका के राष्ट्रपति का इस दिशा में भारत से सहयोग लेना भारत के प्रति बढ़ रही विश्वसनीयता की ओर संकेत करता है।

मछुआरों का मुद्दा भी भारत तथा श्रीलंका के बीच चुभने वाला विषय रहा है। अब दोनों देशों में सहमति बनी है कि इन मुद्दों पर मानवीयता की नजर से देखा जाएगा। जोर—जबरदस्ती और बल का प्रयोग नहीं किया जाएगा। साथ ही, मोदी और दिसानायके एक-दूसरे देशों में पर्यटन को और बढ़ाने पर राजी हुए हैं जिसमें रामायण और बुद्ध सर्किट को लेकर ठोस बातचीत हुई है।

दोनों देशों में सौर ऊर्जा परियोजना, श्रीलंका में रेल कनेक्टिविटी, नौवहन तथा उड़ान सेवाओं, आधार जैसे यूनिक आइडेंटिफिकेशन कार्ड, शिक्षा व रक्षा के क्षेत्र में समझौते हुए हैं।

वार्ता से पूर्व दिसानायके की यात्रा की औपचारिक शुरुआत में उन्हें राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उनकी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भेंट हुई। राष्ट्रपति मुर्मु ने राष्ट्रपति दिसानायके की अगवानी में रात्रिकालीन भोज का आयोजन किया। आज सुबह दिसानायके बोध गया की पुण्य स्थली के दर्शन करने गए हैं।

श्रीलंका के राष्ट्रपति ने भारत की वित्त मंत्री, विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से अलग से बात की। दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग और निवेश के अवसर को बढ़ाने के साथ ही क्षेत्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ावे पर बात हुई।

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