जब नहीं थे फाइटर जेट और मिसाइल, तब इस लकड़ी के हथियार से चीन करता था दुश्मनों का कत्ल, मिले सबूत

चीन में कभी लकड़ी के हथियारों से दुश्मनों की हत्या की जाती थी, ये उस समय किया जाता था जब मिसाइल और फाइटर जेट नहीं थे. युन्नान प्रांत में 3 लाख साल पुराने लकड़ी के ऐसे हथियार मिले हैं.

Jul 4, 2025 - 20:28
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जब नहीं थे फाइटर जेट और मिसाइल, तब इस लकड़ी के हथियार से चीन करता था दुश्मनों का कत्ल, मिले सबूत
जब नहीं थे फाइटर जेट और मिसाइल, तब इस लकड़ी के हथियार से चीन करता था दुश्मनों का कत्ल, मिले सबूत

चीन एक समय में अपने दुश्मनों का कत्ल लकड़ी के हथियारों से करता था. यह वो दौर था जब फाइटर जेट और मिसाइल जैसे घातक हथियार नहीं हुआ करते थे. चीन के वैज्ञानिकों ने खुद ये जानकारी दी थी, वहां के युन्नान प्रांत में ऐसे लकड़ी के औजार मिले भी हैं जो कभी चीन की ताकत हुआ करते थे.

आदिमानव पत्थर के औजार प्रयोग करते थे, इसके बाद कांस्य युग आया, फिर लौह युग और आखिर में स्टील, मगर क्या कोई लकड़ी का भी युग था? ये सवाल वैज्ञानिकों के मन में था, अब चीन में मिले सबूतों ने इसका जवाब दे दिया है. चीन के युन्नान प्रांत में वैज्ञानिकों को लकड़ी के औजार मिले हैं. ‘शीर्ष पत्रिका साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि इन हथियारों का प्रयोग 300,000 साल पहले दक्षिण-पश्चिम चीन में किया जाता था. यह औजार मिले थे 2015 और 2018 में थे, लेकिन तब से इन पर लगातार रिसर्च चल रही थी.

फुक्सियन झील के पास मिले लकड़ी के औजार

चीन में लकड़ी के ये औजार युन्नान की प्रांतीय राजधानी कुनमिंग के पास फुक्सियन झील के किनारे मिले हैं. इसे गेंटागकिंग खोज भी कहा जाता है. 2015 में यहां चल रही खुदाई को शीर्ष की 10 पुरातात्विक खोजों में भी शामिल किया गया था. यह हथियार पुरापाषाण काल में प्रयोग किए जाते थे, जो 2.5 मिलियन से 10 हजार साल तक फैला हुआ था. चीनी विज्ञान अकादमी के अंतर्गत वर्टेब्रेट पैलियोन्टोलॉजी और पैलियोएंथ्रोपोलॉजी संस्थान के लेखक गाओ जिंग ने चाइना न्यूज सर्विस को बताया कि खुदाई में मिले दर्जनों लकड़ी के औजार विश्व स्तरीय खोज हैं.

1000 से ज्यादा मिले औजार

युन्नान इंस्टीट्यूट ऑफ कल्चरल रिलीक्स एंड आर्कियोलॉजी के लियू जियानहुई ने 2015 में एक पेपर में कहा था कि यह खोज इस बात का सबूत है कि चीन में पुरा पाषाण काल में लकड़ी के औजार प्रयोग किए जाते थे, उन्होंने बताया कि इस खुदाई के दौरान तकरीबन 1 हजार से ज्यादा हथियार मिले थे. इन्हें देखकर ये साफ लगता है कि इन हथियारों को जानबूझकर इन आकार का बनाया गया था.

चीन से पहले अफ्रीका में मिले थे साक्ष्य

चीन से पहले प्रारंभिक और मध्य प्लेइस्टोसिन काल के लकड़ी के औजारों के साक्ष्य सिर्फ अफ्रीका और यूरेशिया में पाए गए थे, इनमें सबसे ज्यादा औजार जर्मनी के शोएनिंगन ने गेंटागकिंग खोज से पहले पाया था. हालांकि चीन में मिले हथियारों में अधिक विविधता पाई गई, इसमें बड़े हथियारों के साथ छोटे औजार भी थे, जो पौधों को ठीक करने का खेती करने में भी प्रयोग किए जाते रहे होंगे. इसके अलावा इनमें भाले और लाठियां जैसे हथियार भी थे.

चीड़ की लकड़ी से बने औजार

रिसर्च के मुताबिक युन्नान प्रांत की गेंटांगकिंग साइट पर पाए गए ज्यादातर औजार चीड़ की लकड़ी से बने थे, इसके अलावा कुछमें सख्त लकड़ी का प्रयोग किया गया था. इनमें से कुछ हथियारों में पौधों के स्टार्च का कण भी मिला है, इससे ये भी माना जारहा है कि इससे झील के आसपास पौधों की खोदाई की जाती रही होगी. वैज्ञानिकों के मुताबिक ये हथियार ढाई लाख से साढ़े लाख साल पहले बनाए गए होंगे.

लकड़ी के हथौड़े भी मिले

खुदाई में चार नरम हथौड़े भी खोजे गए जो पूर्वी एशिया में पहली बार कहीं मिले हैं, इसके अलावा एक लकड़ी की छड़ी भी मिली हैं, इनमें से हथौड़ा हिरन के सींग के टुकड़ों से भी बना था. इनके साथ कुछ पत्थर के औजार भी मिले, मगर वे लकड़ी के औजारों की अपेक्षा सरल थे. वैज्ञानिकों का मानना था कि पत्थरों की अनुपस्थिति की वजह से हो सकता है कि यहां के लोगों ने लकड़ी के औजार बनाए हों.

झील की वजह से लोगों ने छोड़ा ये इलाका

वैज्ञानिकों का मानना है कि गेंटागकिंग खोज फुक्सियन झील के किनारे हुई है, ये युन्नान की सबसे बड़ी और चीन की सबसे गहरी झील है. यहां की झील के तलछट में जमाव की विशेषता है, इसके स्तर में भी लगातार उतार चढ़ाव होता है, ऐसे में माना जा रहा है कि जलस्तर में बढ़ाव की वजह से यहां लोगों ने पलायन किया होगा और अपने औजार यही छोड़ गए होंगे जो जीवाश्म पौधों से दब गए. मिट्टी नम रहने की वजह से ये औजार संरक्षित रहे. इस रिसर्च को लीड युन्नान सांस्कृतिक अवशेष एवं पुरातत्व संस्थान, वर्टेब्रेट जीवाश्म विज्ञान एवं पैलियोएंथ्रोपोलॉजी संस्थान, चीनी विज्ञान अकादमी और ऑस्ट्रेलिया के वॉलोन्गॉन्ग विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने किया है.

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