18 अक्टूबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ

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Oct 14, 2024 - 18:21
Oct 14, 2024 - 18:43
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18 अक्टूबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ

1. 1898 - अमेरिका ने स्पेन से प्यूर्टो रिको का कब्जा लिया:
1898 में स्पेन-अमेरिका युद्ध के बाद पेरिस संधि के तहत अमेरिका ने प्यूर्टो रिको पर अधिकार कर लिया। यह संधि स्पेन के अमेरिकी साम्राज्य के अंत का प्रतीक थी, जिसके तहत प्यूर्टो रिको, गुआम और फिलीपींस पर अमेरिकी अधिकार हो गया। प्यूर्टो रिको एक अमेरिकी क्षेत्र बना, और यह स्थिति आज भी बनी हुई है। इस कब्जे ने अमेरिका के साम्राज्यवादी विस्तार में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा गया।

2. 1922 - ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (BBC) की स्थापना:
18 अक्टूबर 1922 को ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कंपनी की स्थापना हुई, जिसे बाद में ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (BBC) के रूप में जाना गया। यह दुनिया की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित सार्वजनिक सेवा प्रसारण संगठन है। BBC ने रेडियो, टेलीविजन और ऑनलाइन मीडिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इसे निष्पक्ष और उच्च गुणवत्ता वाले पत्रकारिता के लिए जाना जाता है। यह ब्रिटेन और विश्वभर में सूचनाओं का एक प्रमुख स्रोत है।

3. 1944 - नाजी जर्मनी से चेकोस्लोवाकिया की स्वतंत्रता के लिए सोवियत संघ की लड़ाई:
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, 18 अक्टूबर 1944 को सोवियत संघ ने नाजी जर्मनी से चेकोस्लोवाकिया को आज़ाद कराने के लिए सैन्य अभियान शुरू किया। इस अभियान में सोवियत सैनिकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, और नाजी कब्जे से चेकोस्लोवाकिया को मुक्त कराने में मदद की। यह युद्ध यूरोप में फासीवादी शक्तियों के अंत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।

4. 1972 - पहले बहुद्देशीय हेलिकॉप्टर एस ए 315 का बेंगलुरु में परीक्षण:
18 अक्टूबर 1972 को भारत ने बेंगलुरु में पहले बहुद्देशीय हेलिकॉप्टर एस ए 315 'लामा' का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। यह हेलिकॉप्टर हल्के वजन का था और इसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। भारतीय वायुसेना और सेना ने इसका व्यापक रूप से उपयोग किया, खासकर हिमालयी क्षेत्रों में। इसका निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा किया गया था।

5. 1980 - पहली हिमालय कार रैली:
1980 में, भारत की पहली हिमालय कार रैली का आयोजन किया गया, जिसे बंबई (अब मुंबई) के ब्रेबोर्न स्टेडियम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह रैली अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मोटरस्पोर्ट्स में भारत की भागीदारी का प्रतीक बनी। इसमें विश्वभर से कई प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और हिमालयी क्षेत्रों की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना किया। यह रैली भारत के मोटरस्पोर्ट्स के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है।

6. 1985 - अश्वेत कवि बेंजामिन मोलोइस को फांसी:
18 अक्टूबर 1985 को दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने अश्वेत कवि और मानवाधिकार कार्यकर्ता बेंजामिन मोलोइस को फांसी दी। उन्हें सरकार के खिलाफ विरोध के लिए दोषी ठहराया गया था। उनके समर्थन में दुनियाभर में व्यापक विरोध हुआ, लेकिन दक्षिण अफ्रीका की रंगभेद सरकार ने उन्हें मौत की सजा दे दी। मोलोइस की फांसी ने रंगभेद विरोधी आंदोलन को और अधिक प्रबल किया और दुनिया के कई हिस्सों में इसके खिलाफ आवाज उठी।

7. 1991 - अजरबैजान ने सोवियत संघ से स्वतंत्रता की घोषणा की:
18 अक्टूबर 1991 को अजरबैजान ने सोवियत संघ से अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की। सोवियत संघ के पतन के दौरान, अजरबैजान उन कई देशों में से एक था जिसने स्वतंत्रता की मांग की। यह ऐतिहासिक क्षण सोवियत संघ के विघटन की दिशा में एक और कदम था और अजरबैजान एक स्वतंत्र गणराज्य के रूप में स्थापित हुआ। अजरबैजान के स्वतंत्रता संघर्ष ने उसे दक्षिणी काकेशस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण राष्ट्र के रूप में उभरने में मदद की।

8. 1995 - गुट निरपेक्ष देशों का 11वां शिखर सम्मेलन:
1995 में कोलंबिया के कार्टाजेना में गुट निरपेक्ष आंदोलन (NAM) का 11वां शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया। यह सम्मेलन उन देशों का प्रतिनिधित्व करता है जो शीत युद्ध के दौरान किसी भी महाशक्ति के खेमे में शामिल नहीं थे। इस शिखर सम्मेलन में वैश्विक शांति, सुरक्षा और विकास के मुद्दों पर चर्चा की गई। NAM ने विकासशील देशों के सहयोग और आत्मनिर्भरता पर जोर दिया, और इस शिखर सम्मेलन ने वैश्विक राजनीति में गुट निरपेक्षता के महत्व को रेखांकित किया।

9. 1998 - भारत और पाकिस्तान आणविक खतरे रोकने के लिए सहमत:
1998 में भारत और पाकिस्तान, जो दोनों परमाणु हथियार संपन्न देश थे, आणविक खतरे को कम करने के लिए सहमत हुए। यह समझौता उनके बीच चल रहे तनाव के बावजूद दक्षिण एशिया में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था। दोनों देशों ने शांति वार्ता और अन्य विश्वास-निर्माण उपायों पर भी चर्चा की। यह सहमति अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा दोनों देशों पर शांति बनाए रखने के दबाव का परिणाम थी।

10. 2000 - श्रीलंका में विपक्षी सदस्य को संसद अध्यक्ष बनाया गया:
18 अक्टूबर 2000 को श्रीलंका की संसद में पहली बार विपक्षी सदस्य अनुरा भंडारनायके को संसद अध्यक्ष बनाने की सहमति हुई। यह श्रीलंका के लोकतांत्रिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना थी, क्योंकि यह सत्ता और विपक्ष के बीच एक महत्वपूर्ण संतुलन को दर्शाता था। अनुरा भंडारनायके ने अपने राजनीतिक करियर में कई उच्च पदों पर सेवा की और वे अपने संवैधानिक ज्ञान और नेतृत्व के लिए जाने जाते थे।

11. 2004 - कुख्यात चंदन तस्कर वीरप्पन मारा गया:
18 अक्टूबर 2004 को भारत के कुख्यात चंदन तस्कर वीरप्पन को एक पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया। वीरप्पन दक्षिण भारत के जंगलों में सक्रिय था और चंदन की लकड़ी की तस्करी और हाथी दांत के व्यापार के लिए कुख्यात था। उसकी तलाश कई वर्षों से जारी थी और अंततः तमिलनाडु पुलिस के एक विशेष अभियान के दौरान उसे मारा गया। वीरप्पन की मौत ने दक्षिण भारत में जंगलों की सुरक्षा के लिए एक बड़ा कदम साबित किया।

12. 2005 - पाकिस्तान के राष्ट्रपति मुशर्रफ़ का भूकंप राहत कार्य के लिए नियंत्रण रेखा खोलने का सुझाव:
18 अक्टूबर 2005 को पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ़ ने भारत के साथ नियंत्रण रेखा (LoC) को भूकंप राहत कार्यों के लिए खोलने का सुझाव दिया। यह सुझाव 8 अक्टूबर 2005 को आए विनाशकारी कश्मीर भूकंप के बाद दिया गया था, जिसमें हज़ारों लोगों की जान गई थी। यह एक दुर्लभ अवसर था जब दोनों देशों ने मानवीय आपदा के समय सहयोग की बात की और भूकंप प्रभावित लोगों की सहायता के लिए सीमाओं को खोलने पर चर्चा की।

13. 2007 - बेनजीर भुट्टो की पाकिस्तान वापसी और आत्मघाती हमला:
18 अक्टूबर 2007 को, पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो आठ साल के निर्वासन के बाद अपने वतन लौटीं। उनकी वापसी के दौरान एक भव्य मोटरकार रैली में आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें 139 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों घायल हो गए। भुट्टो इस हमले में बाल-बाल बच गईं। यह घटना पाकिस्तान की राजनीति में अस्थिरता और आतंकवाद की गंभीर स्थिति को दर्शाती है। उनकी वापसी पाकिस्तान के लोकतंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ मानी जा रही थी।

14. 2007 - आंग सान सू-की को कनाडा की मानद नागरिकता मिली:
18 अक्टूबर 2007 को म्यांमार की विपक्षी नेता आंग सान सू-की को कनाडा की संसद के निचले सदन ने मानद नागरिकता देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। यह सम्मान उन्हें उनके लोकतंत्र और मानवाधिकारों के संघर्ष के लिए दिया गया था। आंग सान सू-की ने म्यांमार में सैन्य शासन के खिलाफ लंबे समय तक संघर्ष किया और उनके नेतृत्व में लोकतंत्र समर्थक आंदोलन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन हासिल किया।

15. 2007 - एलेन टेलिस्कोप एरे (ATA) का शुभारंभ:
18 अक्टूबर 2007 को एलेन टेलिस्कोप एरे (ATA) का शुभारंभ किया गया, जो सुदूर अंतरिक्ष में जीवन की खोज के लिए समर्पित है। यह टेलिस्कोप सैन फ्रांसिस्को के पास हैटक्रीक क्षेत्र में स्थापित किया गया और इसका उद्देश्य ब्रह्मांड में रेडियो सिग्नल के माध्यम से अन्य ग्रहों पर जीवन की संभावनाओं की खोज करना है। ATA ने वैज्ञानिकों को गहन अंतरिक्ष अन्वेषण में मदद की और SETI (सर्च फॉर एक्स्ट्राटेरेस्ट्रियल इंटेलिजेंस) परियोजना का हिस्सा बना।

16. 2008 - रायबरेली की रेल कोच फैक्ट्री के लिए भूमि वापसी:
18 अक्टूबर 2008 को उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने रायबरेली की रेल कोच फैक्ट्री के लिए 189.25 करोड़ एकड़ भूमि रेल मंत्रालय को वापस की। यह भूमि विवाद का विषय बनी थी, लेकिन मायावती सरकार ने अंततः इसे वापस करने का निर्णय लिया।

रावुरी भारद्वाज (2013) रावुरी भारद्वाज एक प्रसिद्ध तेलुगू उपन्यासकार, लघु-कथा लेखक, कवि, और समीक्षक थे। उनके साहित्यिक कार्यों में मानवीय संवेदनाओं और समाज के विभिन्न पहलुओं का सूक्ष्म चित्रण होता था। उन्होंने लगभग 40 उपन्यास और 600 से अधिक कहानियां लिखीं। उनके उपन्यास "पाकुड़ु रालु" ने उन्हें व्यापक पहचान दिलाई। उनके साहित्य में ग्रामीण भारत की सादगी और संघर्ष का अद्भुत मिश्रण है। उन्हें 2012 में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। भारद्वाज की लेखनी ने तेलुगू साहित्य को नयी ऊँचाइयों तक पहुँचाया और उनकी कृतियाँ आज भी साहित्य प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।

ई. के. मॉलोंग (2008) ई. के. मॉलोंग मेघालय के सातवें मुख्यमंत्री थे और राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति माने जाते थे। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में राज्य के विकास और स्थिरता के लिए कार्य किया। मॉलोंग के कार्यकाल के दौरान मेघालय में सामाजिक और आर्थिक सुधारों पर विशेष ध्यान दिया गया। उन्होंने राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के विकास और शिक्षा के प्रसार में भी योगदान दिया। उनकी सादगी और मेहनती स्वभाव के कारण वे जनता में अत्यधिक लोकप्रिय थे। उनका निधन 18 अक्टूबर 2008 को हुआ, जिससे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई।

रामकृष्ण खत्री (1996) रामकृष्ण खत्री भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख क्रांतिकारियों में से एक थे। उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह करते हुए भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। खत्री का जीवन त्याग और संघर्ष से भरा था, और उन्होंने अपनी मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए कई बार जेल यात्राएं कीं। उनके नेतृत्व में अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत को स्वतंत्र कराने के उद्देश्य से कड़े संघर्ष किए। उनके बलिदान और साहस की कहानियाँ आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं। 18 अक्टूबर 1996 को उनका निधन हुआ।

विश्वनाथ सत्यनारायण (1976) विश्वनाथ सत्यनारायण तेलुगू साहित्य के प्रसिद्ध कवि, उपन्यासकार और नाटककार थे। उनका साहित्यिक योगदान तेलुगू भाषा और संस्कृति के प्रति उनका गहरा लगाव दर्शाता है। उन्हें उनके ऐतिहासिक उपन्यास "वयास" के लिए विशेष रूप से जाना जाता है, जिसमें भारतीय इतिहास और संस्कृति का अनूठा चित्रण है। उन्हें 1970 में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। सत्यनारायण का साहित्यिक कार्य व्यापक और बहुमुखी था, जिसमें पौराणिक और ऐतिहासिक संदर्भों का समावेश देखने को मिलता है। 18 अक्टूबर 1976 को उनकी मृत्यु हुई।

विस्काउंट पामर्स्टन (1865) विस्काउंट पामर्स्टन 19वीं शताब्दी के मध्य में दो बार ब्रिटिश प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में ब्रिटिश साम्राज्यवाद और विदेशी नीति पर विशेष ध्यान दिया। उनकी नीतियों ने ब्रिटिश साम्राज्य को मजबूती प्रदान की और यूरोप की राजनीति में ब्रिटेन की महत्वपूर्ण भूमिका सुनिश्चित की। पामर्स्टन की नेतृत्व शैली स्वतंत्र और आत्मनिर्भर थी, और उन्होंने ब्रिटिश हितों की सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। उनके कार्यकाल में देश ने कई चुनौतियों का सामना किया, लेकिन उन्होंने अपनी सूझबूझ से देश को स्थिरता प्रदान की। उनका निधन 18 अक्टूबर 1865 को हुआ।


18 अक्टूबर के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

  1. विश्व मेनोपॉज़ दिवस: 18 अक्टूबर को हर साल विश्व मेनोपॉज़ दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को मेनोपॉज़ के दौरान होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति जागरूक करना है। यह दिन महिलाओं को उनकी स्वास्थ्य देखभाल के लिए सही मार्गदर्शन देने के लिए समर्पित है।

  2. अलास्का दिवस: 18 अक्टूबर को अलास्का दिवस मनाया जाता है, जो 1867 में अलास्का के संयुक्त राज्य अमेरिका में शामिल होने की स्मृति में मनाया जाता है। यह दिन अलास्का की संस्कृति और इतिहास का जश्न मनाने का अवसर है।

  3. नेहरू ट्रॉफी बोट रेस (केरल): 18 अक्टूबर को केरल में नेहरू ट्रॉफी बोट रेस का आयोजन होता है। यह भारत की प्रमुख नाव दौड़ प्रतियोगिताओं में से एक है, जिसमें सैकड़ों नाविक हिस्सा लेते हैं।

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