मायावती ने बहुजन समाज के लिए सत्ता की मास्टर चाबी की आवश्यकता पर जोर दिया, RSS और भाजपा पर साधा निशाना

बहुजन समाज को आत्मसम्मान और स्वाभिमान के साथ जीने के लिए सत्ता में भागीदारी बढ़ाने का आह्वान किया।

Dec 6, 2024 - 18:33
Dec 6, 2024 - 18:35
 0
मायावती ने बहुजन समाज के लिए सत्ता की मास्टर चाबी की आवश्यकता पर जोर दिया, RSS और भाजपा पर साधा निशाना

कांग्रेस ने संगठन में बड़ा बदलाव किया, उत्तर प्रदेश में सभी कमेटियां भंग

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने डॉ. भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए भाजपा और कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि देश के बहुजन समाज को सत्ता की मास्टर चाबी हासिल करनी होगी ताकि सही मायनों में संवैधानिक कल्याण के रास्ते खुल सकें।

मायावती ने भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये संगठन संविधान को सही ढंग से लागू नहीं होने देना चाहते। उन्होंने हाल ही में RSS द्वारा अधिक बच्चे पैदा करने की सलाह को भाजपा सरकार की विफलताओं पर पर्दा डालने का प्रयास बताया। मायावती ने कहा, "कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दल देश को संविधान के उच्च आदर्शों के अनुसार चलाने में नाकाम रहे हैं। इनकी सरकारें केवल दिखावे की राजनीति करती हैं, जिसका खामियाजा जनता भुगत रही है।"

मायावती ने 75 वर्षों के कांग्रेस और भाजपा के शासन की आलोचना करते हुए कहा कि बहुजन समाज का सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक उन्नति का सपना अब भी अधूरा है। उन्होंने बहुजन समाज को आत्मसम्मान और स्वाभिमान के साथ जीने के लिए सत्ता में भागीदारी बढ़ाने का आह्वान किया।


कांग्रेस ने संगठन में बड़ा बदलाव किया, उत्तर प्रदेश में सभी कमेटियां भंग

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने संगठन को मजबूत करने की रणनीति के तहत प्रदेश, जिला, शहर और ब्लॉक स्तर की सभी कमेटियों को भंग कर दिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने गुरुवार रात इस संबंध में आदेश जारी किया।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि कांग्रेस कार्यसमिति की हालिया बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संगठन के पुनर्गठन का प्रस्ताव पेश किया था। इसके बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस की ओर से केंद्रीय नेतृत्व को कमेटियों को भंग करने का प्रस्ताव भेजा गया, जिसे मंजूरी मिल गई।

अजय राय ने कहा कि संगठन की मजबूती के लिए सभी कमेटियों का नए सिरे से गठन किया जाएगा। फिलहाल 46 प्रकोष्ठ और विभागों के चेयरमैन कार्यवाहक के रूप में काम करेंगे। यह फैसला 2027 के विधानसभा चुनावों की रणनीति के तहत लिया गया है। नई कमेटियों के गठन से पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूती मिलने की उम्मीद है।

कांग्रेस ने हाल ही में प्रदेश कार्यकारिणी में 16 उपाध्यक्ष, 38 महासचिव और 76 सचिव नियुक्त किए थे। अब नए सिरे से कमेटियों का गठन कर संगठन को सक्रिय बनाने का प्रयास किया जाएगा।