नवरात्र के 9 दिन छात्राएं बनेंगी डूसू की अध्यक्ष

नवरात्र में छात्राएं डूसू अध्यक्ष के रूप में काम करेंगी. एबीवीपी शुक्रवार को इनके नामों का ऐलान करेगा. यह घोषणा डूसू अध्यक्ष तुषार डेढ़ा की ओर से की गई है. मौजूदा समय में केवल एक महिला डूसू सचिव के पद पर नियुक्त है

Apr 4, 2024 - 22:30
Apr 5, 2024 - 07:54
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नवरात्र के  9 दिन छात्राएं बनेंगी डूसू की अध्यक्ष

नवरात्र में हर दिन छात्राएं बनेंगी डूसू का अध्यक्ष

विकसित भारत में महिलाओं की भूमिका विषय पर हुई निबंध प्रतियोगिता की विजेताओं को मिलेगा मौका, पांच हजार से अधिक छात्राओं ने लिया था भाग, 500 का हुआ है चयन, इनमें 10 विजेताओं को चुना जाएगा

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए सराहनीय पहल की है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के नेतृत्व वाले डूसू ने नवरात्र में दस छात्राओं को बारी-बारी हर दिन डूसू अध्यक्ष के रूप में काम करने की घोषणा की है। नौ अप्रैल से नवरात्र का शुभारंभ हो रहा है और उसी दिन से पहली छात्रा को पदभार ग्रहण कराया जाएगा।


डूसू अध्यक्ष तुषार डेढ़ा ने बताया कि छात्राओं को नेतृत्व देने और अनुभव प्रदान करने के लिए डूसू ने कदम उठाया है। राजनीति में छात्राओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पहल की गई है। तुषार ने कहा कि, छात्राओं का चुनाव डूसू की ओर से विकसित भारत पर निबंध लेखन के विजेता छात्राओं के आधार पर किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विकसित भारत पर निबंध लेखन की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। छात्राओं को गूगल फार्म के जरिये 'विकसित भारत के निर्माण में महिलाओं की भूमिका' विषय पर निबंध लिखकर भेजना था। इसमें 5,234 छात्राओं ने हिस्सा लिया। इनमें से 500 का चयन किया गया है। इनमें से पांच अप्रैल को 10 छात्राओं को चुना जाएगा।


ये ही छात्राएं नौ अप्रैल से शुरू हो रहे नवरात्र में बारी-बारी से डूसू अध्यक्ष का कार्यभार संभालेंगी। तुषार ने कहा कि इस दौरान छात्राओं के पास सर्वाधिकार होंगे। उन्हें किसी भी कालेज में जाने की अनुमति होगी। वे छात्र और छात्राओं की समस्याओं को सुनेंगी और उनका हल निकालने के लिए किसी भी संबंधित अधिकारी या नेता या संबंधित इकाई को डूसू के लेटर हेड पर पत्र लिख सकेंगी। वे अधिकारियों से सीधे संवाद कर विद्यार्थियों की समस्याएं रख पाएंगी। उन्होंने कहा कि सभी दस छात्राओं को एक प्रमाणपत्र और स्मृति चिह्न डूसू की ओर से प्रदान किया जाएगा।

आपको बता दें कि डूसू में एक ही महिला पदाधिकारी वर्तमान में हैं। अपराजिता सचिव पद पर विजेता रहीं थी। अध्यक्ष तुषार डेढ़ा, उपाध्यक्ष एनएसयूआइ के अभि दहिया और संयुक्त सचिव सचिन बैसला हैं। डूसू में 64 वर्षों में 10 ही महिला अध्यक्ष चुनी जा सकी हैं। इनमें भाजपा प्रवक्ता रहीं नृपुर शर्मा, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा, एआइसीसी सचिव अमृता धवन और कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक के नाम प्रमुख हैं। 2008 में आखिरी बार नृपुर शर्मा अध्यक्ष चुनीं गईं थीं।

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