अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव बीच विवाद ब्लिंकन ने लगाया आरोप

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में दखल दे रहा चीन', तीन दिवसीय बीजिंग दौरे के बाद ब्लिंकन ने लगाया आरोप

Apr 27, 2024 - 06:14
Apr 27, 2024 - 06:16
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अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव  बीच विवाद  ब्लिंकन ने लगाया आरोप

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव  बीच विवाद  ब्लिंकन ने लगाया आरोप

चीन और अमेरिका के बीच विवाद उठते हुए भी, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने स्पष्ट किया कि उनके द्वारा लगाए गए कंप्यूटिंग चिप्स पर रोक का उद्देश्य चीन के विकास को नहीं रोकना था। यह प्रतिबंध एनवीडिया, एडवांस्ड माइक्रो डिवाइसेस और अन्य कंपनियों के लिए प्रभावी रहा है, जिससे हुआवेई टेक्नोलॉजीज को चिप शिपमेंट पर प्रतिबंध लगा दिया गया।

हालांकि, इसके बावजूद अमेरिकी सरकार ने इंटेल और क्वालकॉम को हुआवेई को चिप्स बेचने की अनुमति दी है। ब्लिंकन ने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य चीन के विकास को रोकना नहीं है, बल्कि अमेरिकी चुनावों के प्रभाव को कम करना और चीन के हस्तक्षेप के प्रयासों के साक्ष्यों को देखना है। अमेरिका ने इस मुद्दे पर चीन के प्रयासों को अस्वीकार किया है और जल्दी ही इसे समाप्त करने का प्रयास करने की जरूरत है।

  1. चीन और अमेरिका के संबंध: अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीन के संबंध में खुलकर चर्चा की, उन्होंने देश के चीन यात्रा के दौरान चीन के प्रयासों के सबूतों का जिक्र किया। यह बयान चीनी प्रयासों को अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप करने की दिशा में उठाया गया है।

  2. राष्ट्रपति चुनाव पर चीन का प्रभाव: ब्लिंकन ने चीन से आगामी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों पर चीनी हस्तक्षेप के चिन्हों को देखा। उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पिछले संबंधित वादों के बावजूद चुनाव में दखल न देने की मांग की।

  3. कंप्यूटिंग चिप्स पर प्रतिबंध: अमेरिकी सरकार ने 2022 से चीन को कंप्यूटिंग चिप्स के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया है, जिससे कई कंपनियों की बिक्री प्रभावित हुई है। हालांकि, इसके बावजूद, इंटेल और क्वालकॉम को हुआवेई को चिप्स बेचने की अनुमति दी गई है।

  4. दिप्लोमेसी संबंध: ब्लिंकन के इस बयान से स्पष्ट होता है कि अमेरिका और चीन के बीच दिप्लोमेसी संबंध की चुनौतियों के बावजूद, विभिन्न मुद्दों पर संवाद जारी है।

  5. राष्ट्रपति चुनाव की निगरानी: अमेरिकी विदेश मंत्री ने चीन के चुनाव में दखल को अस्वीकार किया है और इसे दुनिया के सामने प्रस्तुत किया है। यह राजनीतिक और विदेशी नीति में महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है।

  6. व्यापारिक प्रतिबंध के प्रभाव: यह प्रतिबंध अमेरिकी और चीनी कंपनियों पर सीमित प्रभाव डाल रहा है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध पर भी असर पड़ रहा है।

  7. विश्वसनीयता के मामले: ब्लिंकन द्वारा दी गई यह बातें दिप्लोमेसी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण मानी जा सकती हैं, क्योंकि विभिन्न देशों के बीच संबंध निर्माण और विश्वसनीयता एक महत्वपूर्ण मुद्दा बनता है।

  8. संयुक्त राष्ट्र में सहयोग: इस संदर्भ में, संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका और चीन के बीच एक मित्रतापूर्ण और सहयोगपूर्ण संबंध बनाने के लिए वार्ता जारी है।

  9. संविदानिक लंबित बातचीत: यह बातचीत एक संविदानिक लंबित मामले का हिस्सा बन सकती है जिसमें सरकारों के बीच संविदानिक और राजनीतिक समझौते के बारे में चर्चा हो सकती है।

  10. अंतरराष्ट्रीय नामांकन पर प्रभाव: इस घटना से अंतरराष्ट्रीय नामांकन पर प्रभाव पड़ सकता है, जिससे विदेशी नीतियों को मजबूती प्राप्त हो सकती है।

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