ब्रिटेन सरकार ने दिवाली समारोह में हुई चूक के लिए मांगी माफी, समुदाय की नाराजगी के बाद ब्रिटिश सरकार ने मांगी माफी

लंदन । ब्रिटेन की सरकार को दिवाली समारोह के आयोजन में गंभीर चूक के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। डाउनिंग स्ट्रीट द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य ब्रिटिश भारतीय समुदाय के बीच संबंधों को मजबूत करना था। लेकिन कार्यक्रम में मांस और शराब परोसे जाने से हिंदू समुदाय की भावनाएं आहत हो गईं। इस […]

Nov 16, 2024 - 06:04
Nov 16, 2024 - 06:43
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ब्रिटेन सरकार ने दिवाली समारोह में हुई चूक के लिए मांगी माफी, समुदाय की नाराजगी के बाद ब्रिटिश सरकार ने मांगी माफी

ब्रिटेन सरकार ने दिवाली समारोह में हुई चूक के लिए मांगी माफी, समुदाय की नाराजगी के बाद दी सफाई

लंदन। ब्रिटेन सरकार को डाउनिंग स्ट्रीट में आयोजित दिवाली समारोह में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोपों का सामना करना पड़ा। समारोह में मांस और शराब परोसे जाने से हिंदू समुदाय आहत हुआ, जिसके बाद लगातार आलोचनाओं के चलते सरकार को माफी मांगनी पड़ी।

क्या है मामला?
17 अक्टूबर 2024 को डाउनिंग स्ट्रीट में दिवाली के उपलक्ष्य में एक भव्य समारोह आयोजित किया गया था। इस आयोजन का उद्देश्य ब्रिटिश भारतीय समुदाय के साथ संबंधों को मजबूत करना था। लेकिन कार्यक्रम में मांस और शराब परोसे जाने के बाद यह विवादों में घिर गया। हिंदू धर्म में धार्मिक आयोजनों के दौरान मांस और शराब को वर्जित माना जाता है, और इस चूक ने समुदाय को आहत किया।

भारतीय मूल की कंज़र्वेटिव सांसद शिवानी राजा ने इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री की आलोचना की। उन्होंने कहा, “दिवाली जैसे पवित्र त्योहार पर धार्मिक रीति-रिवाजों की अनदेखी करना अस्वीकार्य है। इससे न केवल हिंदू समुदाय की भावनाएं आहत हुईं, बल्कि यह सरकार की असंवेदनशीलता को भी उजागर करता है।”

आठ दिन बाद मांगी माफी
इस मामले को लेकर आलोचनाओं के आठ दिन बाद, डाउनिंग स्ट्रीट ने माफी जारी की। प्रवक्ता ने बयान में कहा, “हमसे आयोजन में गंभीर चूक हुई। हम समुदाय की भावनाओं को समझते हैं और इसके लिए माफी मांगते हैं। भविष्य में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी गलतियां न हों।”

समुदाय ने जताई नाराजगी
ब्रिटेन और भारत के कई समाचार पत्रों ने इस घटना को "असंवेदनशील" और "अविवेकपूर्ण" करार दिया। भारतीय मूल के कई संगठनों ने भी सरकार से भविष्य में धार्मिक आयोजनों में अधिक सतर्कता बरतने की अपील की।

आने वाले आयोजनों के लिए सुझाव
इस घटना ने ब्रिटेन में सांस्कृतिक विविधता और धार्मिक परंपराओं को बेहतर ढंग से समझने की आवश्यकता पर जोर दिया है। उम्मीद की जा रही है कि भविष्य के आयोजनों में हिंदू परंपराओं और मान्यताओं का पूरा ध्यान रखा जाएगा, ताकि ऐसा विवाद दोबारा न हो।

यह घटना एक सीख है कि धार्मिक आयोजनों में सांस्कृतिक संवेदनशीलता का ध्यान रखना अत्यावश्यक है, खासकर जब उद्देश्य समुदायों के बीच संबंध मजबूत करना हो।

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