मैं भारत के बारे में सारी जानकारी जानना चाहता हूँ

भारत की आज़ादी के रूप में सामने आया। इस स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, बाल गंगाधर तिलक, रानी लक्ष्मीबाई, और सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे अनगिनत महानायकों ने अपना अमूल्य योगदान दिया।

Apr 16, 2025 - 09:17
Apr 16, 2025 - 09:22
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भारत की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

भारत की भूमि एक समृद्ध और विविध ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की गवाह रही है। हजारों वर्षों से, यह उपमहाद्वीप विभिन्न महान सभ्यताओं का केंद्र रहा है। सिंधु घाटी सभ्यता, जो लगभग 2500 ईसा पूर्व फली-फूली, इसे विकास का एक अग्रणी केंद्र बनाती है। इसके बाद वैदिक काल आया, जिसने भारतीय संस्कृति और समाज की नींव को गहराई से प्रभावित किया। भारतीय इतिहास में मौर्य और गुप्त साम्राज्य को विशेष महत्व प्राप्त है। मौर्य काल में चंद्रगुप्त मौर्य और उनके पोते, सम्राट अशोक, ने एक विशाल साम्राज्य स्थापित किया और धम्म के प्रचार से भारतीय धरोहर को समृद्ध किया। वहीं, गुप्त साम्राज्य को भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग कहा जाता है, जिसमें कला, विज्ञान और साहित्य ने अद्वितीय ऊंचाइयों को छुआ। मध्यकाल में दिल्ली सल्तनत और मुगल साम्राज्य ने भारत को एक राजनीतिक और सांस्कृतिक केंद्र बनाया। मुगल काल में भारतीय स्थापत्य कला ने अपने चरम को छूआ। 18वीं शताब्दी के मध्य से ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का प्रभाव बढ़ने लगा, जिसने भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था पर कब्जा जमा लिया। ब्रिटिश औपनिवेशिक काल ने स्वतंत्रता संग्राम को जन्म दिया, जिसके परिणाम


भारत की सांस्कृतिक विविधता

भारत की सांस्कृतिक विविधता अद्वितीय और समृद्ध है, जो देश के विभिन्न हिस्सों की परंपराओं, भाषाओं, धर्मों, और जीवनशैलियों का संगम प्रस्तुत करती है। भारतीय समाज को उसकी विविधता का एहसास कराने वाले तत्वों में सबसे प्रमुख उसका धार्मिक मिश्रण है। यहाँ हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन, और अन्य धर्मावलंबियों के त्योहार और रीति-रिवाज मिलजुल कर मनाए जाते हैं, जो संस्कृति में रंग भरते हैं। भाषाई दृष्टिकोण से, भारत में 22 अनुसूचित भाषाएँ और सैकड़ों बोलियाँ हैं, जो सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने को मजबूत बनाती हैं। हर भाषा का अपना साहित्यिक और सांस्कृतिक योगदान है, जो भारतीय संस्कृति को समृद्ध करता है। भारतीय खाना भी इसकी विविधता का प्रतिबिंब है, जहाँ हर क्षेत्र की अपनी विशेष खाद्य परंपराएँ हैं। ये खाद्य परंपराएँ न केवल विभिन्न स्वादों और व्यंजनों को प्रस्तुत करती हैं, बल्कि इतिहास और कृषि विविधता की झलक भी दिखाती हैं। पारंपरिक नृत्य और संगीत शैलियों में भी विविधता है, जिसमें भरतनाट्यम, कथक, कुचिपुड़ी, ओडिसी, और कई अन्य शामिल हैं। ये शैलियाँ क्षेत्रीय, सांस्कृतिक, और धार्मिक संदर्भों से प्रेरित होती


भारत की अर्थव्यवस्था और उद्योग

भारत की अर्थव्यवस्था विविधता और प्राचीन इतिहास का प्रतीक है। कृषि, सेवा, और उद्योग क्षेत्र इसकी अर्थव्यवस्था के प्रमुख आधार हैं। कृषि भारत का प्रमुख व्यवसाय है, जो खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्य जीवनयापन का माध्यम है। धान, गेहूँ, और गन्ना जैसी फसलों का उत्पादन व्यापक रूप से किया जाता है। इसके अलावा, मौजूदा तकनीकी और वैज्ञानिक उपायों के साथ कृषि की उत्पादकता बढ़ाने के प्रयास चल रहे हैं। उद्योग के क्षेत्र में, भारत ने पिछले कुछ दशकों में महत्वपूर्ण सफलताएँ हासिल की हैं। आईटी और सॉफ्टवेयर सेवाओं में भारत अग्रणी राष्ट्र के रूप में उभरा है, और बेंगलुरु जैसे शहर इसे 'सिलिकॉन वैली ऑफ इंडिया' के नाम से मशहूर बनाते हैं। कपड़ा, रत्न और आभूषण, ऑटोमोबाइल, और रसायन उद्योग भी भारत की औद्योगिक प्रगति का हिस्सा हैं। इसने भारत को विश्व व्यापार के मानचित्र पर एक मजबूत स्थिति दिलाई है, जिससे विदेशी निवेश और व्यापारिक अवसर बढ़े हैं।


भारतीय समाज और परंपराएँ

भारत एक विविधता से भरा देश है, जहाँ समाज और परंपराएँ अनेक रंगों में रंगी होती हैं। भारतीय समाज की विशेषता इसकी सांस्कृतिक विविधता में छिपी है, जो कई भाषाओं, धर्मों और रीति-रिवाजों में प्रकट होती है। भारत में हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और पारसी जैसी अनेक धार्मिक परंपराएँ हैं, जो समाज को एक साझा धारा में बाँधने का काम करती हैं। यहाँ की परंपराएँ सदियों पुरानी हैं और हर धर्म का अपना विशिष्ट योगदान है। सामाजिक संरचना में संयुक्त परिवार का महत्व होता है, जिसमें विभिन्न पीढ़ियाँ एक साथ रहती हैं और पारिवारिक मूल्यों को साझा करती हैं।


भारत की भौगोलिक अवस्थिति

भारत की भौगोलिक अवस्थिति अद्वितीय और विविधतापूर्ण है, जो इसे एक सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर के रूप में विशिष्ट बनाती है। भारत दक्षिण एशिया में स्थित एक विशाल देश है, जिसका विस्तार हिमालय की बर्फीली चोटियों से लेकर दक्षिण में हिंद महासागर के द्वीपों तक फैला हुआ है। इसके पश्चिम में थार का विशाल मरुस्थल और पूर्व में उच्च वर्षा वाले क्षेत्र हैं। भारत का कुल क्षेत्रफल लगभग 32.87 लाख वर्ग किलोमीटर है, जो इसे विश्व का सातवां सबसे बड़ा देश बनाता है।


भारत की राजनीति और शासन प्रणाली

भारत की राजनीति और शासन प्रणाली एक जटिल और बहुस्तरीय संरचना है जो दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में व्यवस्थित रूप से कार्य करती है। भारत एक संघीय संसदीय लोकतंत्र है, जहां राष्ट्रपति राज्य का प्रमुख होता है, जबकि प्रधानमंत्री सरकार के प्रमुख के रूप में कार्य करता है। भारतीय राजनीति में विभिन्न दलों का महत्वपूर्ण स्थान है; इनमें राष्ट्रीय स्तर के दल जैसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस प्रमुख हैं, जबकि अनेक क्षेत्रीय दल भी राज्य स्तर पर प्रभावशाली भूमिका निभाते हैं। भारतीय संविधान, जिसे 1950 में लागू किया गया था, देश के शासन की आधारशिला है और इसमें विभिन्न शक्तियों के पृथक्करण, नागरिकों के मौलिक अधिकारों, और न्यायपालिका की स्वतंत्रता को सुनिश्चित किया गया है। विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच स्पष्ट शक्तियों का विभाजन स्थापित किया गया है। लोकसभा और राज्यसभा, संसद के दो सदन हैं, जिनके माध्यम से कानून बनाने की प्रक्रिया संचालित होती है। हर पांच वर्षों में आम चुनाव होते हैं, जिसमें जनता अपने प्रतिनिधियों का चयन करती है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,