Digismart, Activa, Inalsa, Butterfly... क्या आपने भी मंगाया है ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट से ये सामान?
BIS ने ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों के गोदामों पर छापेमारी की है। ये छापे लखनऊ, गुरुग्राम और दिल्ली जैसे शहरों में इन कंपनियों के वेयरहाउस पर मारे गए हैं। इन छापों में बड़ी मात्रा में नकली सामान बरामद हुआ है।


नकली सामान
बीआईएस ने कहा कि दिल्ली में Techvision International के दो ठिकानों पर छापे मारे गए। यहां से लगभग 7,000 इलेक्ट्रिक वॉटर हीटर, 4,000 इलेक्ट्रिक फूड मिक्सर, 95 इलेक्ट्रिक रूम हीटर और 40 गैस स्टोव मिले। इनमें से किसी के पास भी BIS सर्टिफिकेशन नहीं था। जब्त किए गए बिना सर्टिफिकेशन वाले उत्पादों में Digismart, Activa, Inalsa, Cello Swift, Butterfly जैसे ब्रांड शामिल हैं। सामान जब्त करने के बाद BIS जिम्मेदार लोगों के ख़िलाफ BIS एक्ट, 2016 के तहत कानूनी कार्रवाई करता है। BIS ने M/s Techvision International Pvt Ltd के खिलाफ BIS एक्ट, 2016 की धारा 17(1) और 17(3) के उल्लंघन के लिए दो मुक़दमे दायर किए हैं। बाकी छापेमारी के लिए भी मुकदमे दायर करने की तैयारी चल रही है। BIS एक्ट, 2016 की धारा 17 के तहत, दोषियों पर कम से कम दो लाख रुपये का जुर्माना लग सकता है। यह जुर्माना बेचे गए या बेचने के लिए रखे गए सामान की कीमत के दस गुना तक हो सकता है।कितनी होगी सजा
बयान में कहा गया है कि उल्लंघन की गंभीरता के आधार पर दोषियों को दो साल तक की जेल भी हो सकती है। यानी अगर कोई कंपनी बिना BIS सर्टिफिकेशन के सामान बेचती है, तो उसे कड़ा जुर्माना और जेल भी हो सकती है। BIS लगातार ऐसे मामलों पर नजर रख रहा है और कार्रवाई कर रहा है। इससे ग्राहकों को सुरक्षित और मानक उत्पाद मिलेंगे।What's Your Reaction?



