Gold Price Record High: सोना 1,06,200 रुपये प्रति 10 ग्राम, जानिए कब आएगी गिरावट

सोने के भाव चढ़े, नए रिकॉर्ड बना लिए; जानिए कब आएगी नरमी और अभी क्या है रेट

नई दिल्ली: सोने के दाम लगातार नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। भारतीय बाजार में सोने की कीमत 1,06,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गई है। इस तेजी की बड़ी वजह कमजोर रुपया और वैश्विक बाजारों में आर्थिक अनिश्चितता मानी जा रही है। निवेशकों का रुझान इस समय सोने में सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ रहा है, जिसके चलते इसकी कीमतों में लगातार उछाल दर्ज किया जा रहा है।

देशभर में सोने के रेट

भारतीय सर्राफा बाजार में सोने के भाव में तेज़ उछाल देखने को मिला। राजधानी दिल्ली में 10 ग्राम सोने का भाव 1,05,820 रुपये दर्ज हुआ। मुंबई में सोना 1,06,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जबकि चेन्नई में यह 1,06,310 रुपये पर कारोबार करता देखा गया। विशेषज्ञों का कहना है कि देश के अन्य बड़े शहरों में भी इसी तरह रिकॉर्ड स्तर दर्ज किए गए हैं।

वैश्विक कारणों से तेजी

विशेषज्ञों के अनुसार, इस समय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका और यूरोप की आर्थिक नीतियों में अनिश्चितता है। डॉलर में उतार-चढ़ाव और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर रुख को लेकर निवेशक सतर्क हैं। ऐसे समय में सोने को “सुरक्षित निवेश” माना जाता है, जिससे मांग लगातार बढ़ रही है। इसी वजह से ग्लोबल गोल्ड प्राइस में भी उछाल देखने को मिल रहा है।

रुपये में कमजोरी का असर

सोने की कीमत बढ़ने की दूसरी बड़ी वजह रुपये की गिरावट है। डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होने से आयातित सोना महंगा हो जाता है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोना आयातक देश है, ऐसे में रुपये की कमजोरी का सीधा असर घरेलू कीमतों पर पड़ता है।

निवेशकों का बढ़ा भरोसा

निवेशक शेयर बाजार और अन्य अस्थिर एसेट्स से बचकर सोने की ओर रुख कर रहे हैं। खासकर ज्वेलर्स और ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स) में निवेश करने वालों की संख्या बढ़ी है। विश्लेषकों का मानना है कि अगर यही स्थिति बनी रही तो आने वाले समय में सोने के दाम और ऊंचाई छू सकते हैं।

कब आएगी नरमी?

विशेषज्ञों का कहना है कि सोने की कीमतों में गिरावट तभी संभव है जब अमेरिका की आर्थिक नीतियों में स्थिरता आए और डॉलर मज़बूत हो। अगर अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में नरमी लाता है तो सोने से निकासी हो सकती है। इसके अलावा, वैश्विक राजनीतिक तनाव कम होने और शेयर बाजारों में स्थिरता आने पर भी सोने की कीमतों में राहत देखने को मिलेगी।

त्योहार और शादियों का सीजन

भारत में आने वाले महीनों में त्योहार और शादी का सीजन है। इस दौरान सोने की मांग परंपरागत रूप से बढ़ जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे भी सोने के भाव को मजबूती मिल सकती है। ऐसे में निकट भविष्य में सोने की कीमतों में नरमी की संभावना बहुत कम है।

सोने का रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचना आम उपभोक्ताओं के लिए चिंता की बात है, लेकिन निवेशकों के लिए यह सुरक्षित निवेश का अच्छा मौका माना जा रहा है। फिलहाल विशेषज्ञों का अनुमान है कि निकट भविष्य में सोने के दाम ऊंचे रहेंगे और केवल अमेरिकी नीतियों में बदलाव या डॉलर के मज़बूत होने पर ही इसमें कुछ राहत मिल सकती है।

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