सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने मंगलवार को डॉ. अंबेडकर राष्ट्रीय मेधावी छात्र पुरस्कार 2025 (Dr Ambedkar National Merit Awards 2025) का आयोजन किया। इस अवसर पर देशभर के 1,490 अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) छात्रों को उनकी उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
ये पुरस्कार 29 राज्य और केंद्रीय बोर्डों द्वारा आयोजित कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं (शैक्षणिक सत्र 2021-22 और 2022-23) में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले छात्रों को दिए गए। यह समारोह नई दिल्ली में हुआ, जिसमें केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। वे डॉ. अंबेडकर फाउंडेशन के अध्यक्ष भी हैं।

📌 पुरस्कार और नकद राशि
- कुल पुरस्कृत छात्र: 1,490
- नकद पुरस्कार श्रेणियाँ:
- प्रथम स्थान: ₹60,000
- द्वितीय स्थान: ₹50,000
- तृतीय स्थान: ₹40,000
- विशेष पुरस्कार: यदि टॉप-3 में कोई लड़की नहीं रही, तो उस राज्य/बोर्ड की सर्वाधिक अंक लाने वाली छात्रा को ₹60,000 का विशेष पुरस्कार।

📊 शैक्षणिक सत्रवार विवरण
2021-22 सत्र
- कक्षा 10: 367 छात्र
- कक्षा 12: 563 छात्र
- कुल: 930 छात्र (71 टॉपर शामिल)
2022-23 सत्र
- कक्षा 10: 198 छात्र
- कक्षा 12: 362 छात्र
- कुल: 560 छात्र (46 टॉपर शामिल)

🎤 नेताओं के विचार
कार्यक्रम में केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास अठावले और बी.एल. वर्मा भी मौजूद रहे।
- अठावले ने कहा – “ये युवा छात्र बाबासाहेब अंबेडकर के आदर्शों के सच्चे torchbearer हैं। शिक्षा ही सशक्तिकरण का वास्तविक साधन है।”
- वीरेंद्र कुमार ने कहा – “बाबासाहेब ने समाज के वंचित तबकों को शिक्षा और ज्ञान के माध्यम से उठने की ताकत दी। सरकार SC/ST और अन्य कमजोर वर्गों को स्कॉलरशिप और कल्याणकारी योजनाओं से सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।”

✅ यह खबर दिखाती है कि भारत सरकार लगातार शिक्षा और समान अवसरों को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है, ताकि समाज के हर वर्ग के बच्चों को अपनी प्रतिभा साबित करने का अवसर मिल सके।