क्वेटा (पाकिस्तान): पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा शनिवार को एक भयावह आतंकी हमले से दहल उठा। क्वेटा रेलवे स्टेशन के भीतर हुए एक भीषण बम धमाके में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई, जबकि 46 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है क्योंकि कई घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है।

धमाके के वक्त स्टेशन पर अफरा-तफरी
स्थानीय पुलिस के मुताबिक, विस्फोट उस समय हुआ जब पेशावर जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन अपने गंतव्य की ओर रवाना होने ही वाली थी। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि पूरे स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। चारों तरफ धुआं और मलबा फैल गया। यात्री अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। चश्मदीदों के अनुसार, कुछ लोग विस्फोट के कारण मौके पर ही मौत का शिकार हो गए, जबकि दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल होकर जमीन पर तड़पते नजर आए।
बम निरोधक दस्ता और पुलिस मौके पर
जैसे ही धमाके की खबर मिली, पुलिस और बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंच गए। पूरे इलाके को सील कर दिया गया है और बम निरोधक दस्ते ने स्टेशन परिसर की तलाशी शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि धमाका काफी शक्तिशाली था और इसे रेलवे स्टेशन के भीतर भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में अंजाम दिया गया।
जिम्मेदारी ली बलूच लिबरेशन आर्मी ने
इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली है। यह संगठन लंबे समय से पाकिस्तान सरकार के खिलाफ विद्रोही गतिविधियों और आतंकी हमलों को अंजाम देता रहा है। हाल के दिनों में पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम और बलूचिस्तान क्षेत्र में आतंकी घटनाओं में तेज़ी देखी गई है। सुरक्षा एजेंसियां मान रही हैं कि यह हमला भी उसी बढ़ते आतंकी नेटवर्क का हिस्सा है।
अस्पतालों में आपातकाल
धमाके के बाद क्वेटा के सिविल अस्पताल और अन्य नज़दीकी अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। अतिरिक्त डॉक्टरों और नर्सों को ड्यूटी पर बुलाया गया है। घायलों को तुरंत उपचार दिया जा रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि कई घायलों की स्थिति बेहद गंभीर है और मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के राष्ट्रपति सैयद यूसुफ रजा गिलानी ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी मानवता के दुश्मन हैं और निर्दोष लोगों को निशाना बनाकर अपनी कायरता का परिचय दे रहे हैं। राष्ट्रपति ने सुरक्षा बलों से आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए हरसंभव कदम उठाने का संकल्प दोहराया।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने भी घटना की कड़ी निंदा की और पूरे मामले की जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि प्रांत से आतंकवाद को खत्म करने के लिए कड़ा कदम उठाया जाएगा और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
आतंकवाद से जूझ रहा बलूचिस्तान
बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा लेकिन अस्थिर प्रांत है। यहां लंबे समय से अलगाववादी संगठनों और आतंकी गतिविधियों की चुनौतियां बनी हुई हैं। आर्थिक और राजनीतिक असमानताओं के कारण यहां हिंसक विद्रोह की घटनाएं लगातार सामने आती रहती हैं। बीते कुछ महीनों में क्वेटा और उसके आसपास के क्षेत्रों में कई बड़े आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें आम नागरिकों और सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया।
क्वेटा रेलवे स्टेशन पर हुआ यह बम धमाका न सिर्फ पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि आतंकवादी संगठन अभी भी बेखौफ होकर देश की अहम जगहों को निशाना बना सकते हैं। इस घटना के बाद पाकिस्तान सरकार और सुरक्षा एजेंसियों पर दबाव बढ़ गया है कि वे देश में आतंकवाद की जड़ें खत्म करने के लिए और सख्त कदम उठाएं।